वर्धमान (पश्चिम बंगाल), 15 अगस्त 2025: पश्चिम बंगाल के पूर्वी वर्धमान जिले में हुए एक भीषण बस हादसे ने बिहार को गहरे शोक में डाल दिया है। इस दुर्घटना में बिहार के 11 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से 10 पूर्वी चंपारण के चिरैया थाना क्षेत्र के निवासी हैं। कई अन्य यात्री घायल हुए हैं, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के अनुसार, बस गंगासागर से लौट रही थी और उसमें 50 से अधिक यात्री सवार थे। बस 11 अगस्त को चिरैया से तीर्थयात्रियों को लेकर देवघर के लिए रवाना हुई थी और वहां से तारापीठ, गंगासागर होकर वापस लौट रही थी। हादसा तब हुआ जब बस चालक को झपकी आ गई और बस सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा गई।
मृतकों की पहचान
अब तक मिली जानकारी के अनुसार मृतकों में शामिल हैं:
- नगीना सहनी (70), सरसवा, चिरैया
- योगी साह (74), सरसवा, चिरैया
- हरि पासवान की पत्नी, चिरैया
- मीरा देवी (55), पत्नी राजू सहनी, ललबेगिया, चिरैया
- अमरजीत कुमार (13), पुत्र मीरा देवी
- नरेश पासवान, मठिया, मोतिहारी
- गुड्डू सिंह, बस चालक, अरेराज निवासी
घायल यात्रियों के नाम
घटना में घायल यात्रियों में शामिल हैं:
- राजू सहनी, चिरैया
- पुनील सहनी (30), दामाद राजू सहनी, कुडल, पकड़ी दयाल
- गजराज सहनी (50)
- अन्य कई यात्री जिनकी स्थिति गंभीर है
स्थानीय प्रशासन की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलने के बाद चिरैया थाना क्षेत्र के सरसवा गांव में सीओ आराधना कुमारी और थानाध्यक्ष महेश कुमार पहुंचे। उनके पास बस यात्रियों की सूची आई है, जिसका सत्यापन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की संवेदना
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस हादसे पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 2-2 लाख रुपये की सहायता राशि और घायलों को 50-50 हजार रुपये अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश दिया है।
परिवारों में मातम
पूर्वी चंपारण के चिरैया और अन्य इलाकों में इस घटना के बाद शोक का माहौल है। मृतकों के घरों में मातम पसरा हुआ है और गांव में भारी भीड़ जमा है। लोग मृतकों को श्रद्धांजलि देने और परिजनों को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं।
हादसे का कारण – चालक की झपकी
पुलिस और स्थानीय सूत्रों के अनुसार हादसे का मुख्य कारण चालक की झपकी लगना माना जा रहा है। लंबी यात्रा और लगातार गाड़ी चलाने से चालक थक गया था, जिससे यह हादसा हुआ।
यात्रा का रूट
बस का यात्रा रूट इस प्रकार था:
- चिरैया (पूर्वी चंपारण) – 11 अगस्त
- देवघर, झारखंड
- तारापीठ, पश्चिम बंगाल
- गंगासागर, पश्चिम बंगाल
- वापसी के दौरान वर्धमान में हादसा
सरकार की अपील
सरकार ने अपील की है कि लंबी दूरी के बस चालकों को पर्याप्त आराम दिया जाए और यात्रा के दौरान ड्राइवरों की अदला-बदली की व्यवस्था हो, ताकि ऐसे हादसों को रोका जा सके।
निष्कर्ष
वर्धमान बस हादसा न केवल 11 परिवारों के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि यह लंबी दूरी की बस यात्राओं में सुरक्षा के प्रति गंभीर सवाल भी उठाता है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या ठोस कदम उठाता है।