प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना क्या है?
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (Pradhan Mantri Garib Kalyan Yojana – PMGKY) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसे पहली बार 2016 में लागू किया गया था और बाद में 2020 में कोविड-19 महामारी के समय और विस्तार मिला। इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को आर्थिक सहायता, भोजन, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है।
सरकार के अनुसार यह योजना गरीबी उन्मूलन, खाद्य सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण और रोजगार सृजन में अहम भूमिका निभा रही है।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के मुख्य उद्देश्य
- गरीब और वंचित वर्ग को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना।
- हर गरीब परिवार को खाद्यान्न (गेहूँ, चावल, दाल) उपलब्ध कराना।
- महिलाओं, किसानों और मजदूरों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) देना।
- श्रमिकों और असंगठित क्षेत्र के कामगारों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना।
- रोजगार सृजन और ग्रामीण विकास को बढ़ावा देना।
- देश के सबसे गरीब वर्ग को बुनियादी आवश्यकताओं की गारंटी देना।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के लाभ
सरकार ने इस योजना के अंतर्गत कई प्रकार की सुविधाएँ दी हैं, जैसे:
- मुफ्त राशन – अंत्योदय और प्राथमिकता परिवारों को हर महीने 5 किलो गेहूँ/चावल और 1 किलो दाल।
- महिलाओं के जनधन खातों में नकद राशि – महिला खाताधारकों को प्रत्यक्ष नकद ट्रांसफर।
- उज्ज्वला योजना की महिलाओं को मुफ्त LPG सिलेंडर।
- मनरेगा मजदूरों की दिहाड़ी में बढ़ोतरी।
- EPF (कर्मचारी भविष्य निधि) योगदान में सरकार की सहायता।
- वरिष्ठ नागरिकों, विधवाओं और दिव्यांगों को पेंशन।
- स्वास्थ्यकर्मियों के लिए बीमा सुरक्षा कवर।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना 2025 के तहत शामिल योजनाएँ
PMGKY एक अम्ब्रेला स्कीम है जिसके अंतर्गत कई लाभकारी योजनाएँ आती हैं, जैसे –
- प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
- प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY)
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan)
- प्रधानमंत्री जनधन योजना (PMJDY)
- आयुष्मान भारत योजना
- अटल पेंशन योजना
- राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA)
- प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना
पात्रता (Eligibility)
- गरीबी रेखा से नीचे (BPL) आने वाले परिवार।
- अंत्योदय अन्न योजना (AAY) कार्डधारक।
- असंगठित क्षेत्र के मजदूर, श्रमिक, किसान।
- विधवा महिलाएँ, दिव्यांगजन और वरिष्ठ नागरिक।
- महिला जनधन खाताधारक।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की चुनौतियाँ
- लाभार्थियों की सही पहचान में कठिनाई।
- ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल और बैंकिंग सुविधा की कमी।
- भ्रष्टाचार और बिचौलियों की समस्या।
- जनसंख्या अधिक होने से सभी तक लाभ पहुँचाना मुश्किल।
- खाद्यान्न वितरण प्रणाली (PDS) में पारदर्शिता की कमी।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना 2025 का प्रभाव
- अब तक 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराया गया।
- करोड़ों महिलाओं को जनधन खातों के माध्यम से आर्थिक सहायता मिली।
- लाखों स्वास्थ्यकर्मी बीमा योजना से लाभान्वित हुए।
- गरीब परिवारों को महामारी के समय जीवनयापन में बड़ी राहत मिली।
FAQs – प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना से जुड़े सवाल
Q1: प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना कब शुरू हुई थी?
👉 यह योजना पहली बार दिसंबर 2016 में शुरू हुई थी और 2020 में कोविड-19 महामारी के दौरान इसे और विस्तार दिया गया।
Q2: प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत कौन-कौन लाभ ले सकते हैं?
👉 गरीब, BPL परिवार, असंगठित क्षेत्र के मजदूर, किसान, महिलाएँ, वरिष्ठ नागरिक और दिव्यांगजन।
Q3: प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में क्या-क्या मिलता है?
👉 मुफ्त राशन, महिलाओं को नकद सहायता, पेंशन, स्वास्थ्य बीमा, LPG सिलेंडर और रोजगार के अवसर।
Q4: प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में राशन कितना मिलता है?
👉 हर लाभार्थी को प्रति माह 5 किलो चावल/गेहूँ और 1 किलो दाल मुफ्त दी जाती है।
Q5: प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का लक्ष्य क्या है?
👉 गरीब और कमजोर वर्ग को सामाजिक सुरक्षा देना, भूखमरी कम करना और आर्थिक आत्मनिर्भरता बढ़ाना।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना गरीबों के लिए जीवनरेखा साबित हुई है। चाहे वह मुफ्त राशन हो, नकद सहायता, या रोजगार, इस योजना ने करोड़ों लोगों की जीवनशैली और आर्थिक स्थिति में सुधार किया है। 2025 में भी यह योजना भारत को गरीबी-मुक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।