पटना में रिलेशनशिप मैनेजर से साइबर फ्रॉड, निवेश के नाम पर 60 लाख रुपये की ठगी

पटना साइबर फ्रॉड: निवेश के नाम पर रिलेशनशिप मैनेजर से 60 लाख की ठगी

रिपोर्ट – पटना ब्यूरो | तिथि: 15 अगस्त 2025

पटना: राजधानी पटना में साइबर अपराधियों ने एक बार फिर से लोगों को चेतावनी देने वाला बड़ा मामला अंजाम दिया है। एक निजी बैंक के रिलेशनशिप मैनेजर को निवेश पर भारी मुनाफा देने का लालच देकर करीब 60 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। यह घटना खगौल क्षेत्र की है, जिसने पूरे शहर में सनसनी फैला दी है।

पीड़ित रिलेशनशिप मैनेजर ने बताया कि उन्हें बेंगलुरु की एक कथित वित्तीय कंपनी के नाम पर निवेश का ऑफर दिया गया। कंपनी के प्रतिनिधि ने पहले कुछ छोटे निवेश पर मुनाफा दिखाया और फिर बड़े निवेश के लिए उकसाया। भरोसा करने के बाद पीड़ित ने कुल 59 लाख 70 हजार रुपये कंपनी के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए।

कैसे हुई ठगी?

पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि पीड़ित को एक मोबाइल एप पर रजिस्टर कराया गया, जहां पहले से 150 से ज्यादा लोग निवेश कर रहे थे। यह एप देखने में पूरी तरह प्रोफेशनल था और उस पर लाइव मुनाफे का आंकड़ा भी दिखाया जा रहा था।

शुरुआत में पीड़ित को मामूली मुनाफा भी वापस किया गया, जिससे उनका भरोसा बढ़ा। लेकिन जैसे ही बड़ी रकम निवेश की गई, अचानक वह एप बंद हो गया और आरोपी से संपर्क भी टूट गया।

सिर्फ एक दिन में 64 लाख की साइबर ठगी

पटना में इस दिन कई लोगों को साइबर ठगों ने निशाना बनाया। पुलिस के अनुसार, एक ही दिन में अलग-अलग तरीकों से 64 लाख रुपये की ठगी की गई।

  • नेटफ्लिक्स रिचार्ज के नाम पर 3 लाख की ठगी: रूपसपुर के एक बुजुर्ग ने नेटफ्लिक्स रिचार्ज के लिए गूगल पर कस्टमर केयर नंबर सर्च किया, जो साइबर ठगों का निकला। लिंक पर क्लिक करते ही बैंक अकाउंट से 3 लाख रुपये उड़ गए।
  • ऑनलाइन ट्रेडिंग फ्रॉड: बीएमपी में कार्यरत एक कर्मचारी को शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा देने का लालच देकर 1 लाख रुपये की ठगी की गई।
  • फर्जी कस्टमर केयर: कई अन्य लोगों से भी OTP और बैंक डिटेल लेकर धोखाधड़ी की गई।

पुलिस की कार्रवाई

साइबर थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में FIR दर्ज कर ली गई है और बैंक ट्रांजैक्शन, मोबाइल नंबर और एप से जुड़े IP एड्रेस की जांच चल रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपी संभवतः विदेश से यह नेटवर्क चला रहे हैं।

साइबर क्राइम से बचने के टिप्स

विशेषज्ञों का मानना है कि साइबर अपराध से बचने के लिए जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है।

  • किसी भी निवेश ऑफर पर तुरंत भरोसा न करें, पहले उसकी वैधता जांचें।
  • गूगल पर मिले कस्टमर केयर नंबर को हमेशा आधिकारिक वेबसाइट से मिलान करें।
  • अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें और बैंक डिटेल कभी भी किसी को न दें।
  • OTP या UPI पिन किसी के साथ साझा न करें।
  • लेन-देन करते समय केवल सुरक्षित और अधिकृत प्लेटफॉर्म का ही उपयोग करें।

साइबर हेल्पलाइन

अगर आप साइबर ठगी के शिकार हो जाएं तो तुरंत राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज कराएं। समय पर कार्रवाई से पैसे वापस मिलने की संभावना बढ़ जाती है।

निष्कर्ष

पटना की यह घटना इस बात का सबूत है कि साइबर अपराधी लगातार नए तरीके खोज रहे हैं। निवेश के नाम पर भारी मुनाफा दिखाकर लोगों को झांसे में फंसाया जा रहा है। ऐसे में जरूरी है कि लोग सतर्क रहें और किसी भी ऑनलाइन ऑफर पर अंधविश्वास न करें।

स्रोत: स्थानीय पुलिस रिपोर्ट एवं पीड़ित के बयान

Leave a Comment